Tuesday, December 29, 2015

यूँही किसी महफ़िल में चला आता हूँ मैं

यूँही किसी महफ़िल में चला आता  हूँ मैं
हर कही तेरा ही तसववूर ... खो जाता हूँ मैं
दोस्त कहते है क्यूँ तू उदास उदास सा रहता है ऐ "मन"
क्या कहु,किससे कहु किसकी याद में मरा जाता हु मैं 😔

--मअन🌙🌹

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