तू "अभय" है
बस इतना ही समझ
जो तेरा है
तुझे ख़ुद ढूँढता आएगा
तू बस निश्चल,निर्मल,निर्भय बने रहना
आस और कर्मण्यता के बोहोत पास
और पाप से दूर ..
बोहोत दूर..
-मन
बस इतना ही समझ
जो तेरा है
तुझे ख़ुद ढूँढता आएगा
तू बस निश्चल,निर्मल,निर्भय बने रहना
आस और कर्मण्यता के बोहोत पास
और पाप से दूर ..
बोहोत दूर..
-मन
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