" मुझे बस तेरी खुशियों की ख्वाइश है
जन्नत की नहीं
जन्नत उन्हें देदो , जो तेरे हमकदम है
मुझे तो बस तेरी मुलसलल मुस्कराहट काफी है
साँस लेते रहने के लिये
जीते रहने के लिये "
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