Dear Zindagi :)
Saturday, June 6, 2015
जाने ये कैसा दर्द है?
जाने ये कैसा दर्द है?
जब भी कम होता है
बेजान सा हो जाता हूँ
तुम जब तब आकर
इस दर्द को बढ़ाती रहना
क्युकी
वैसे तो भगवान हूँ
ये दर्द नहीं होता
तो इंसान सा हो जाता हूँ
जाने ये कैसा दर्द है?
जब भी कम होता है
बेजान सा हो जाता हूँ।
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