Tuesday, June 30, 2015

हमेशा यूँही महकती रहिये (kavita)

हमेशा यूँही महकती रहिये
हमेशा यूँही चहकती रहिये
हमें मिलिये
या न मिलिये
क्यूँकी ये तो कोई जरूरी बात नहीं
पर मौसमों  से
हवाओं से
बहारों  से
फूलों  से
जरूर मिलती रहिएगा
गोया उन्हें आपका साथ चाहिए ही चाहिए
जीने के लिए
सारी कायनात को जीवन देने के लिए।

#love #प्यार
Writer- Manoj Gupta , manojgupta0707.blogspot.com

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