एक संविधान प्यार का
चल आज से लागू कर लें
मैं जब भी याद करूँ तुझको
तू मुझे दूरभाष(phone) करे
मैं जब भी उदास हो जाऊँ
तू मुझसे मिलने आ जायें
और जब मैं ख़ुश हूँ बोहोत
तो मैं तुझ से मिल पाऊँ
एक संविधान प्यार का
चल आज से लागू कर लें
मैं जब भी याद करूँ तुझको...
-मन

चल आज से लागू कर लें
मैं जब भी याद करूँ तुझको
तू मुझे दूरभाष(phone) करे
मैं जब भी उदास हो जाऊँ
तू मुझसे मिलने आ जायें
और जब मैं ख़ुश हूँ बोहोत
तो मैं तुझ से मिल पाऊँ
एक संविधान प्यार का
चल आज से लागू कर लें
मैं जब भी याद करूँ तुझको...
-मन
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