" तुमसे फिर मिलने से पहले ,
मैं पहला सा हो जाना चाहता हूँ
ख़ूबसूरत , वाचाल ,
शरारती , जंजाल
हर पल बैचैन ,
बिखरा हुआ , आवारा नैन
उड़ता सा चलने वाला ,
बहता सा रहने वाला
तुम पर मरता हुआ ,
दिन - रात तुम्हारी कल्पनायें करता हुआ
अपने ही संसार में खोया सा ,
तुम्हारी आग में रोया सा
तुमको पाने का आकांक्षी ,
हद्द दर्जे का महत्वाकांक्षी
ना ज्यादा सोचने वाला ,
ना ज्यादा करने वाला
बस हरपल को जीने वाला ,
हर रात हरदिन को खोने वाला
तेरे प्यार में पागल ,
तेरे तस्सव्वुर में घायल
बस कैसे भी ..... किसी भी तरकीब से ,
तुमसे फिरसे मिलने से पहले ,
मैं हूबहू पहला सा हो जाना चाहता हूँ । "
( लेेखक - मनोज गुप्ता )
#man0707
manojgupta0707.blogspot.com
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