Tuesday, August 2, 2016

तू ज्वलंत आग है..बर्फीला पानी है तू

तू ज्वलंत आग है..बर्फीला पानी है तू
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तू ज्वलंत आग है
और बर्फीला पानी है तू
सच तो ये है 
भारत की बिटिया सयानी है तू
तू मत रुक ....किसी के भी लिए
आगे ही आगे बस ...तू बढ़ती ही जा
कमाल पे कमाल ....
बस तू करती ही जा
पर इतना फिर भी याद रखना मेरी प्यारी बिटिया
ये अपना देश भारत है
ये बस झूठ पर चलता है
बोहोत मिलेंगे कंजक में १०-२० रुपए और चुन्नी-खिलोने तुझको
पर बेटो जैसा *मान*तो कभी मिलेगा नहीं तुझे
न बराबरी का प्यार....
न बराबरी का अधिकार....
कभी मिलेगा नहीं तुझको
पर तू फिर भी आगे ही आगे बढ़ती जाना
बिना रुके बिना थके....... क्योंकि
तू एक अकेली नहीं है
भारत की 70 करोड़ बेटियो की कहानी है तू
उनकी आकांक्षाओं की रवानी है तू
बस इतना याद रखना हरदम... हरपल...
तू ज्वलंत आग है
और बर्फीला पानी है तू
सच तो ये है
भारत की बिटिया सयानी है तू
--मन --
i wrote this poem specialy for my daughters aayu,mashoo,muskan,ishika,mansi,shiwali and khushboo.:))