Thursday, May 18, 2017

पल पल लड़ता हूँ ख़ुद से मगर

पल पल लड़ता हूँ ख़ुद से मगर 
हार जाता हूँ

सोचता हूँ कुछ बेरुख़ी मैं भी ओढ़ूँ
मेरी बात मनवाने की जानिब पर...
कर नहीं पाता हूँ

तुम ना मानते हो ना हठ छोड़ते हो
उलटा मेरा ही दर्द बढ़ता जाता है


कभी कभी...तुम भी.. चाहे झूठा ही सही
कुछ तो....कभी तो..चाहे थोड़ा ही सही


इतना तो ध्यान करो ज़ाना मेरी
सदियाँ से जल रहा है दीवाना तेरा...निरंतर...

Tuesday, May 16, 2017

तेरी छुअन.... पुनर्जीवन चाहता हूँ

ना कोई वादा 
ना क़सम चाहता हूँ
ताउम्र तुम्हें चाहते रहना..बस 
सनम चाहता हूँ
तुमसे बात हो जाती है
लगता है जी रहा हूँ
वरना तो बेजान सा पत्थर हूँ
तेरी छुअन.... पुनर्जीवन चाहता हूँ

बेटी ,तुझे पंछी बनना है (kavita)


पंछी बनना है तुझे
आकाश में स्वच्छंद उड़ना है

किसी और की नहीं
बस अपने मन की सुनना है

माडर्न तो बनना है मगर 
माडर्न बुराइयों से बचना है


केवल शरीर और मन से ही नहीं
आत्मा में भी सुंदर बनना है


अनगिनत रुकावटें होंगी राह तेरी 
पर तुझे सत्य राह ही चुनना है 

तू पापा की प्यारी वाली बेटी है
तो बस आगे ही आगे बढ़ना है


पंछी बनना है तुझे
आकाश में स्वच्छंद उड़ना है


किसी और की नहीं
बस अपने मन की सुनना है।


#बेटी #beti
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Wednesday, May 10, 2017

एक अंधेरे कोने में पड़े...

एक अंधेरे कोने में पड़े
हर पल ये गुहार... लगाई मैंने
के साँस रूकती है मेरी
क्यूँ ये सज़ा पायी मैंने
कुछ तो समझो
के 25 साल की तपस्या है मेरी
निस्वार्थ प्यार किया...
कोई पाप नहीं किया मैंने
तेरा ख़ूबसूरत जिस्म जो सबकी..
आरज़ू होगा शायद
रूह को जाना..जिस्म तो कभी ठीक से ..देखा नहीं मैंने
तेरी ख़ुशबू महकाए
मेरे जीवन-रेगिस्तान को
यही एक छुईमुई सी उम्मीद
बस है उगाई मैंने...
एक अंधेरे कोने में पड़े
हर पल ये गुहार... लगाई मैंने
के साँस रूकती है मेरी
क्यूँ ये सज़ा पायी मैंने...
-मन 🌙🌹

Monday, May 1, 2017

फ़क़त एक गुज़ारिश है मेरी..

फ़क़त एक गुज़ारिश है मेरी.. ज़ानेजाना तुमसे
जब तुम मिलोगी तब
चेहरे की जर्द लकीरों को नहीं
इस ख़ूबसूरत दिल को देख लेना
चेहरे पे कुछ झाँइयाँ तेरे इंतज़ार की
तो कुछ ग़मे-रोज़गार की है
रूह को देख लेना
इस बेडौल शरीर को नहीं
कुछ क़ुसूर मेरी बेपरवाही का सही
तो कुछ ...तेरे इश्क़ में गुज़रते अनगिनत सालों का असर भी तो है
खिचड़ी बालों को तो ज़रूर से इग्नोर कर देना तुम
कुछ उम्र के है..
कुछ बेंइंतिहा इश्क़ के..
तो कुछ तुझे याद करते करते फ़ना हुए जाते है ..😊
-मअन 🌙🌹