Thursday, April 29, 2021

कुछ ऐसा लिख पाऊं मैं | HINDI KAVITA



काश 

कुछ ऐसा लिख पाऊं मैं 

इस पल दो पल के जीवन में 

इस जीवन की तख्ती पे 

रह जाऊं मैं याद तुम्हे 

जाने के भी बाद मेरे 

इस जीवन की गंगा में। 

Thursday, April 22, 2021

सूर्योदय अब बस होने को है | HINDI KAVITA





सूर्योदय अब बस होने को है

तुम स्वागत को तैयार रहो


कुछ पल की अब और कश्मकश,फिर ख़ुशियाँ
तुम ह्रदय से स्वीकार करो

उसके आने से छँट जाएगा हर अंधेरा
और फैलेगा प्रकाश चहुँ ओर

उस प्रकाश को अपने अंतर में भरकर
तुम प्रभु का आभार करो

सूर्योदय अब बस होने को है
तुम स्वागत को तैयार रहो।