काश
कुछ ऐसा लिख पाऊं मैं
इस पल दो पल के जीवन में
इस जीवन की तख्ती पे
रह जाऊं मैं याद तुम्हे
जाने के भी बाद मेरे
इस जीवन की गंगा में।
सूर्योदय अब बस होने को है
तुम स्वागत को तैयार रहो