Dear Zindagi :)
Wednesday, May 27, 2020
पेड़ ना बन सका
पेड़ (शजर ) ना बन सका
तो मैं घास बना
कुचला गया तो
बारिश तक इंतज़ार किया
और.. फिर से तना।
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चना था मैं
बादाम ना था
जिसने खाया
उसका पेट भरा
पहलवान नहीं
वो ...इंसान बना।
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