Saturday, June 13, 2020

120,NOT OUT



दोस्तों ,आज पूरी दुनिया में जितनी भी वैज्ञानिक रिसर्च हो रही है
उनमे से 50 प्रतिशत से भी ज्यादा रिसर्चों का विषय बस एक ही है

"किस तरह मानव शरीर को कम से कम 120 साल उम्र तक 
स्वस्थ और निरोगी जीवन जीने योग्य बनाया जा सकता है "

वैज्ञानिक रिसर्चों में जो बात निकल कर सामने आईं है
वो ये है की
किसी भी बीमारी फिर वो चाहे कोरोना हो या कोई भी और
वायरस से फैलने वाली बीमारी ,
सब बीमारियों से लड़ने में हमारी सबसे पहली रक्षक दीवार है
हमारा अपना इम्यून सिस्टम या शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता

उनके अनुसार एक विशिष्ट जीवनशैली हमें
अपने 120 साल उम्र तक स्वस्थ और निरोग जीवन जीने के सपने के पास पहुंचा सकती है
और किसी भी तरह की गंभीर बीमारी को हराने के लिए
हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को विकसित कर सकती है
ऐसी विशिष्ट जीवनशैली की कुछ वैज्ञानिक बातें मैं आपके साथ सांझा कर रहा हूँ

-हल्का शारीरिक श्रम
रोज़ थोड़ा सा किसी भी प्रकार का हल्का शारीरिक श्रम करना बेहद जरूरी है
10 हज़ार कदम अपनी गति से पैदल चलना , सबसे आसान है
हम सब कर सकते हैं

-भरपूर गहरी नींद
रोज़ रात को कम से कम सात घंटे की भरपूर गहरी नींद लेना
(हमारा शरीर इसी गहरी नींद के समय में हमारे पूरे दिन में शरीर को हुए शय को पुनर्नवा करता है
 भरपूर नींद लेने से ही ये पुनर्नवा काम ठीक से हो पाता है
और शरीर की उम्र बढ़ती जाती है )

-धूप 
रोज़ शाम को थोड़ी देर उतरते सूरज की धूप में बैठना/टहलना शरीर में विटामिन D को पूरा करती है

-हमारा भोजन 
जहाँ कुछ चीज़ें हमारी प्रतिरोधक्  क्षमता को घटाती है
वही कुछ चीज़ें हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है
ओवरवेट , शुगर या दिल की बीमारी से पीड़ित ,
छोटे बच्चे,
बुजुर्ग
आम तौर पर ऐसे लोगों का इम्युनिटी सिस्टम यानि शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम होती है

वैज्ञानिक ये भी कहते हैं की शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए एक और महत्वपूर्ण बात है
अपना हाजमा अच्छा रखना
जिन लोगों को कब्ज की शिकायत रहती है
उनकी भी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम होती है
वैज्ञानिक आगे कुछ खाने की ऐसी चीज़ें भी बताते है
जिनके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है

-दही - दही का सेवन बहुत फायदेमंद होता है
भरपूर फायदे के लिए सुबह नाश्ते और दोपहर के भोजन के साथ दही खाना अच्छा है।

-लहसुन - लहसुन का सेवन भी इसमें बहुत फायदेमंद होता है
( लहसुन को खाना खाने के बाद सेवन करें )
लहसुन के छोटे-छोटे पीस करे ,
कुछ देर हवा लगने दे ,
( हवा लगने से लहसुन में कुछ ऐसे पदार्थ पैदा होते है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे हैं )
फिर पानी के साथ निगल लीजिये
25 -30 दिन के प्रयोग के बाद आप के शरीर में से लहसुन की गंध आने लगेगी ,
मतलब है की आपके शरीर में लहसुन की मात्रा अब पूरी हो गयी है ,
तब लहसुन का उपयोग रोक दें ,
कृपया ध्यान रहे की लहसुन हर किसी को आसानी से हजम नहीं होता
तो आप पहले छोटी मात्रा से शुरू करें
धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाएं।

-अदरक - का सेवन भी इसमें बहुत सहायक होता है
अदरक पेट से अतिरिक्त हवा को बाहर निकलता है
इम्मून सिस्टम को ठीक करता है
उम्र बढ़ना रोकता है (एंटी-एजिंग )
इसको उपयोग करने के लिए
4 कप पानी में एक छोटी गांठ अदरक कद्दूकस करके डाल दे ,
उबलने दें  ,जब आधा रह जाए तो इस काढ़े को ठंडा करके पी लें
ये काढ़ा खून को भी पतला करता है , दिल की बीमारों को बहुत फायदा देगा

लोंग - रोज़ 2 लौंग अपने काढ़े  में ही डाल ले ,काढ़ा पी लें और बाद में इन 2 लौंग को चबा के खा ले।

जैतून के पत्ते- इनका सेवन काढ़े के रूप में भी किया जा सकता है
या फिर जैतून के पत्तो को सुखा कर रख लें और हर रोज़ आधा चम्मच पाउडर पानी के साथ ले लें

हल्दी-  में कुर्कुमिन नाम का एक चमत्कारिक पदार्थ होता है
जो मोटापा कम करता है ,हल्दी को दूध में डाल के उबाल ले
क्योकि हल्दी में से कुकुर्मिन निकलने के लिए फैट होना बहुत जरूरी है
इसलिए हल्दी को दूध में ही लेना होगा

दाल-चीनी-  का सेवन भी इसमें बहुत सहायक होता है
दाल-चीनी मोटापा भी कम करता है

मुलैठी- का सेवन भी इसमें बहुत सहायक होता है

चुकुन्दर - ये एक बहुत ही बेहतरीन वजन घटाने वाला, शुगर कण्ट्रोल करने वाला ,एंटी-एजिंग सब्जी है 
हम चुकुन्दर का जूस पी सकते है या इसको उबाल कर खा सकते हैं

वैज्ञानिक कहते हैं की हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए
हमारे शरीर में विटामिन A और विटामिन D का
सही मात्रा में होना भी बहुत आवश्यक है
इसके लिए हम खाएं

ऑरेंज खुबानी- 
( ये थोड़ी फीकी होती है, पर विटामिन A का भरपूर सोर्स है ,
हो सके तो इसकी गुठली को भी खा ले  ),

आम- 
आम भी विटामिन A का प्रचुर सोर्स होता है
( पर शुगर से पीड़ित लोग आम ना खायें )

ज़िंक- 
ज़िंक के लिए काजू ,खुश्क मेवे , घोंघे , कैवियार,समुंद्री मछली खाएं

हमें अपने जीवन में से खाने की कुछ चीज़ों को बिलकुल हटाना होगा , जैसे 

सफ़ेद चीनी, मैदा ,सफ़ेद चावल ,सफ़ेद ब्रेड , पैक्ड फ़ूड , रिफाइंड आयल, नूडल्स, अधपका मीट इत्यादी। 

घर में फर्श पर फिनाइल का पोछा , मच्छर केमिकल रेपलेंट का उपयोग भी 
हमारी प्रतिरोधक क्षमता को अच्छा ख़ासा नुक्सान पहुँचाता है  

दोस्तों इस लेख की सभी बातें केवल वैज्ञानिक/डॉक्टर्स की रिसर्च पर आधारित है
और रिसर्च ये बतातीं हैं की
इन सब बातों पे अमल करके हम रोग-मुक्त लंबा और खुशहाल जीवन जी सकते है।

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