Sunday, June 7, 2020

यूहीं महकती रहिये


आप
हमेशा यूहीं महकती रहिये
हमेशा यूहीं चहकती रहिये
हमसे मिलिए
ना मिलिए
ये कोई जरूरी बात नहीं

पर मौसमों से,
हवाओं से,
फूलों से,
सर्वस्व प्रकृति से,
जरूर से मिलती रहिये

गोया उनको आपका स्पर्श चाहिए
स्वयं जीने के लिए
सम्पूर्ण कायनात को
जीवन देने के लिए  ।

manojgupta0707.blogspot.com

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