एक लड़का था , थोड़ा "दीपू" सा
हँसमुख , प्यारा , सुशील-संस्कारी
एक लड़की थी , थोड़ी "नीति" सी
खूबसूरत , इंटेलीजेंट , पागल-मतवारी
दोनों का कोई मेल ना था
पर किस्मत का कोई खेल ही था
एक लड़की थी , थोड़ी "नीति" सी
खूबसूरत , इंटेलीजेंट , पागल-मतवारी
दोनों का कोई मेल ना था
पर किस्मत का कोई खेल ही था
दोनों की जब आँख मिली
भृकुटी सारी दुनिया की तनी
आंधी-तूफ़ान थे राह खड़े
पर दोनों जिद ,बिंदास अड़े
बादल गरज़-गरज़ हुए पानी
दोनों ने बस दिल की मानी
हुआ वही जो दोनों थे चाहते
प्यार , शादी और खूबसूरत रास्ते
उनकी बगिया एक फूल खिला
प्यारी को नाम "नविका" मिला
आज उनका सफर छह साल हुआ
हमारा पूरा परिवार खुशहाल हुआ
एक लड़का था , थोड़ा "दीपू" सा
हँसमुख ,प्यारा , सुशील-संस्कारी
एक लड़की थी , थोड़ी "नीति" सी
खूबसूरत , इंटेलीजेंट , पागल-मतवारी।
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